लोक निर्माण विभाग- वर्षों की व्यवस्था ध्वस्त !

राम नाथ सिंह मुख्य अभियन्ता सिविल (स्तर-2) के सम्पत्ति की जांच क्यों नहीं ?

–एस.के. सिंह–‘प्रखर मीमांसा टाइम्स‘ 

लखनऊ। योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार की है कार्रवाई। 93 दिनों में 36 भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया है। प्रदेश में भ्रष्टाचार की जड़ें काफी गहरी हैं और निचले स्तर तक भ्रष्टाचार पैर पसार चुका है। रिश्वत को सुविधा शुल्क जैसे नाम दिए जा रहे हैं। इस प्रकार की स्थिति में अब योगी सरकार ने रिश्वतखोरी पर लगाम के लिए करारा एक्शन शुरू किया है। वर्ष 2017 में प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं और गुंडों के खिलाफ एक्शन शुरू किया। प्रदेश में दंगों को रोकने और संगठित अपराध के खात्मे के लिए सीएम योगी का बुलडोजर और एनकाउंटर मॉडल काफी कारगर रहा है। अब भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जोरदार एक्शन की तैयारी है।

समाजवादी पार्टी के चहेते, असीमित संपत्ति का मालिक, ठेकेदार पंजीयन में करोड़ों की अवैध वसूली, मोबाइल फोन को बाहर रखवाने वाला, अधीनस्थ इन्जीनियरों एवं कर्मचारियों का शोषणकर्ता राम नाथ सिंह, निवासी-गाजीपुर, मुख्य अभियन्ता सिविल (स्तर-2) और मुख्य अभियन्ता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लो0नि0वि0 लखनऊ के द्वारा मुख्यालय के भारी भरकम गेट के पीछे सितम्बर माह में बिना टेन्डर लगवाया बैरियर? धन का आवंटन कब हुआ? कार्यदायी संस्था का पड़ताल जारी…

आप यंत्र हैं या स्वतंत्र हैं, अगर आप जागरूक नहीं हैं, तो आप एक यंत्र से ज्यादा और कुछ नहीं हैं।

लोक निर्माण विभाग, मुख्यालय लखनऊ के मुख्य गेट पर भारी भरकम गेट के पीछे बैरियर लगा दिया गया है?

आमजन को सीधे मुख्यालय में जाने के लिए रोक दिया गया है। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में विराजमान राम नाथ सिंह मुख्य अभियन्ता सिविल ;स्तर-2द्ध और मुख्य अभियन्ता प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लो0नि0वि0 लखनऊ से मिलने के लिए लोगबाग तरस रहे हैं।
योगी जी दिनरात अथक मेहनत करते हुए दिखाई दे रहे है। पारंपरिक ज्ञान के विपरीत महीने के 30 के 30 दिन मुख्यालय में मीटिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चलती रहती है, लेकिन प्रदेश में कार्यो को लेकर के सुधार तब भी नहीं हो रहा है। अधिकारियों और कर्मचारियों का शोषण किया जाता है। भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा? पूरे विभाग को सुनियोजित तरह से लूटा जा रहा है। उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में मुख्य गेट बन्द करके नई परंपरा शुरू की जा रही है। विभागीय यूनियनों को रौंदा जा रहा है कि वह उठ खड़े होने या विरोध करने की स्थिति में ना रहे और उनके पदाधिकारियों को निलंबित करने की धमकी दी जा रही है, तो विरोध कौन करें? रामनाथ रूपी बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कौन?
लोक निर्माण विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार एक गंभीर सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक समस्या है, जो किसी भी प्रदेश की प्रगति और विकास को बाधित करती है। यह आमतौर पर तब होता है जब राम नाथ सिंह मुख्य अभियन्ता सिविल ;स्तर-2द्ध और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना लो0नि0वि0 लखनऊ जैसे लोग अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हैं, अपने निजी लाभ के लिए, चाहे वह पैसे के रूप में हो या शक्ति के रूप में।

अमूमन देखा गया है कि जब भी किसी के पास शक्ति या अधिकार अधिक होते हैं, तो वह उसका गलत इस्तेमाल करके निजी लाभ उठाने से नहीं चुकता है। पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की कमी से भ्रष्टाचार बढ़ता है।
कर्मचारियों और ठेकेदारों के संगठन के पदाधिकारियों ने ‘प्रखर मीमांसा टाइम्स‘ हिन्दी दैनिक समाचार पत्र को बताया कि कर्मठ और ईमानदार योगी सरकार को क्षति पहुंचाने वाले राम नाथ सिंह मुख्य अभियन्ता सिविल ;स्तर-2द्ध के द्वारा उत्पीड़न चरम सीमा में व्याप्त है।
लो0नि0वि0 लखनऊ में कुछेक इन्जीनियर अपने अधिकारों का दुरुपयोग करके निजी लाभ कमाते हुए अगर देखना है तो कार्यालय की ओर रूख करना होगा..कथानक जारी..

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